अयोध्या, रामनगरी अयोध्या में यह रामकथा का नया अध्याय है, 492 वर्ष तक चली संघर्ष-कथा का अपना ‘उत्तरकांड’ है। अपनी माटी, अपने ही आंगन में ठीहा पाने को रामलला पांच सदी तक प्रतीक्षा करते रहे तो रामभक्तों की ‘अग्निपरीक्षा’ भी अब पूरी हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अभिजीत मुहूर्त में श्रीराम जन्मभूमि में भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए भूमि पूजन करने के साथ ही आधार शिला भी रखी। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली से लखनऊ के अमौसी एयरपोर्ट पहुंचे और फिर वहां से हेलिकॉप्टर से अयोध्या रवाना हुए। पीएम मोदी रामनगरी के साकेत महाविद्यालय के हेलीपैड पर पहुंचे। वहां उनका स्वागत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। इसके बाद प्रधानमंत्री अयोध्या हनुमानगढ़ी मंदिर में प्रभु राम के भक्त हनुमान और रामलला का पूजन और दर्शन किया। अभिजित मुहूर्त में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि राम सभी के हैं। वह सभी का मन में बसते हैं।
– करीब एक घंटे चले संबोधन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास का चरण छूकर आशीर्वाद लिया।
-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम आगे बढ़ेंगे देश आगे बढ़ेगा। भगवान राम का यह मंदिर युगो-युगो तक मानवता को प्रेरणा देता रहेगा। मार्गदर्शन करता रहेगा। वैसे कोरोना की वजह से जिस तरह के हालात हैं। प्रभु राम का मर्यादा का मार्ग और अधिक आवश्यक है। वर्तमान की मर्यादा है दो गज की दूरी मास्क है जरूरी। मर्यादाओं का पालन करते हुए सभी देशवासियों को प्रभु राम और माता जानकी स्वस्थ रखें, सुखी रखे यही प्रार्थना है। सभी देशवासियों पर माता सीता और श्रीराम का आशीर्वाद बना रहे।
-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि स्वयं प्रभु श्रीराम राम समय स्थान और परिस्थितियों के हिसाब से बोलते हैं सोचते हैं करते भी हैं। राम हमें समय के साथ बढ़ना सिखाते हैं, समय के साथ चलना सिखाते हैं। राम परिवर्तन के पक्षधर हैं। राम आधुनिकता के पक्षधर रहा है। श्रीराम के आदर्शों के साथ भारत आगे बढ़ रहा है। प्रभु श्रीराम ने हमें कर्तव्य पालन की सीख दी है अपने कर्तव्यों को कैसे निभाए इसकी सीख दी है।
-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोई भी दुखी ना हो, कोई भी गरीब ना हो, नर नारी सभी समान रूप से सुखी हों, श्रीराम का निर्देश है किसान पशुपालक सभी हमेशा खुश रहें, श्रीराम का आदेश है बुजुर्गों की बच्चों की चिकित्सकों की सदैव रक्षा होनी चाहिए। श्रीराम का आह्वान है जो शरण में आए उसकी रक्षा करना सभी का कर्तव्य है। श्रीराम का संदेश है अपनी मातृभूमि स्वर्ग से भी बढ़कर होती है। यह भी श्री राम की नीति है भय बिन होय न प्रीति। हमारा देश जितना ताकतवर होगा उतनी ही शांति ही बनी रहेगी। राम की यही नीति यही रीति सदियों से भारत का मार्गदर्शन करती रही है। महात्मा गांधी ने इन्हीं मंत्रों के आलोक में रामराज्य का सपना देखा था राम का जीवन उनका चरित्र ही गांधी जी के राम राज्य का रास्ता है।
-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोई भी दुखी ना हो, कोई भी गरीब ना हो, नर नारी सभी समान रूप से सुखी हों, श्रीराम का निर्देश है किसान पशुपालक सभी हमेशा खुश रहें, श्रीराम का आदेश है बुजुर्गों की बच्चों की चिकित्सकों की सदैव रक्षा होनी चाहिए। श्रीराम का आह्वान है जो शरण में आए उसकी रक्षा करना सभी का कर्तव्य है। श्रीराम का संदेश है अपनी मातृभूमि स्वर्ग से भी बढ़कर होती है। यह भी श्री राम की नीति है भय बिन होय न प्रीति। हमारा देश जितना ताकतवर होगा उतनी ही शांति ही बनी रहेगी। राम की यही नीति यही रीति सदियों से भारत का मार्गदर्शन करती रही है। महात्मा गांधी ने इन्हीं मंत्रों के आलोक में रामराज्य का सपना देखा था राम का जीवन उनका चरित्र ही गांधी जी के राम राज्य का रास्ता है।
-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर राम मंदिर निर्माण के लिए अधारशिला की पट्टिका का अनावरण किया।
-श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास ने कहा कि करोड़ों-करोड़ों की इच्छा है कि रामलला का विराट मंदिर बने, जिसका शुभारंभ आज हो गया है। भाक्तों की भावनाओं का आज श्रीगणेश हो गया है। अब विलंभ नहीं होना चाहिए। एक ओर मोदी एक ओर योगी खड़े हैं। यह बड़ा सुहावना समय है और करोड़ों करोड़ों हिंदू राम भक्तों की अभिलाषा इच्छा है शीघ्र अति शीघ्र जहां रामलला विराजमान हैं वहां दिव्य और भव्य मंदिर का निर्माण होना चाहिए। इसलिए तन मन धन अर्पण करने के लिए सभी तैयार हैं। मंदिर का निर्माण कार्य प्रारंभ हो जाए मंदिर का निर्माण होगा समस्त भक्तों की कामनाओं की पूर्ति होगी।
अयोध्या, रामनगरी अयोध्या में यह रामकथा का नया अध्याय है, 492 वर्ष तक चली संघर्ष-कथा का अपना ‘उत्तरकांड’ है। अपनी माटी, अपने ही आंगन में ठीहा पाने को रामलला पांच सदी तक प्रतीक्षा करते रहे तो रामभक्तों की ‘अग्निपरीक्षा’ भी अब पूरी हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अभिजीत मुहूर्त में श्रीराम जन्मभूमि में भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए भूमि पूजन करने के साथ ही आधार शिला भी रखी। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली से लखनऊ के अमौसी एयरपोर्ट पहुंचे और फिर वहां से हेलिकॉप्टर से अयोध्या रवाना हुए। पीएम मोदी रामनगरी के साकेत महाविद्यालय के हेलीपैड पर पहुंचे। वहां उनका स्वागत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। इसके बाद प्रधानमंत्री अयोध्या हनुमानगढ़ी मंदिर में प्रभु राम के भक्त हनुमान और रामलला का पूजन और दर्शन किया। अभिजित मुहूर्त में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि राम सभी के हैं। वह सभी का मन में बसते हैं।
– करीब एक घंटे चले संबोधन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास का चरण छूकर आशीर्वाद लिया।
-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम आगे बढ़ेंगे देश आगे बढ़ेगा। भगवान राम का यह मंदिर युगो-युगो तक मानवता को प्रेरणा देता रहेगा। मार्गदर्शन करता रहेगा। वैसे कोरोना की वजह से जिस तरह के हालात हैं। प्रभु राम का मर्यादा का मार्ग और अधिक आवश्यक है। वर्तमान की मर्यादा है दो गज की दूरी मास्क है जरूरी। मर्यादाओं का पालन करते हुए सभी देशवासियों को प्रभु राम और माता जानकी स्वस्थ रखें, सुखी रखे यही प्रार्थना है। सभी देशवासियों पर माता सीता और श्रीराम का आशीर्वाद बना रहे।
-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि स्वयं प्रभु श्रीराम राम समय स्थान और परिस्थितियों के हिसाब से बोलते हैं सोचते हैं करते भी हैं। राम हमें समय के साथ बढ़ना सिखाते हैं, समय के साथ चलना सिखाते हैं। राम परिवर्तन के पक्षधर हैं। राम आधुनिकता के पक्षधर रहा है। श्रीराम के आदर्शों के साथ भारत आगे बढ़ रहा है। प्रभु श्रीराम ने हमें कर्तव्य पालन की सीख दी है अपने कर्तव्यों को कैसे निभाए इसकी सीख दी है।
-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोई भी दुखी ना हो, कोई भी गरीब ना हो, नर नारी सभी समान रूप से सुखी हों, श्रीराम का निर्देश है किसान पशुपालक सभी हमेशा खुश रहें, श्रीराम का आदेश है बुजुर्गों की बच्चों की चिकित्सकों की सदैव रक्षा होनी चाहिए। श्रीराम का आह्वान है जो शरण में आए उसकी रक्षा करना सभी का कर्तव्य है। श्रीराम का संदेश है अपनी मातृभूमि स्वर्ग से भी बढ़कर होती है। यह भी श्री राम की नीति है भय बिन होय न प्रीति। हमारा देश जितना ताकतवर होगा उतनी ही शांति ही बनी रहेगी। राम की यही नीति यही रीति सदियों से भारत का मार्गदर्शन करती रही है। महात्मा गांधी ने इन्हीं मंत्रों के आलोक में रामराज्य का सपना देखा था राम का जीवन उनका चरित्र ही गांधी जी के राम राज्य का रास्ता है।
-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि केवट से लेकर वनवासी बंधुओ को भगवान राम की विजय का माध्यम बना। जिस तरह दलितों पिछड़ों आदिवासियों समाज के हर वर्ग ने आजादी की लड़ाई में गांधी जी को सहयोग दिया, उसी तरह आज देशभर के लोगों के सहयोग से राम मंदिर निर्माण का यह पुण्य कार्य प्रारंभ हुआ है। देश भर से लाई गई मिट्टी व जल यहां की अमोघ शक्ति बन गई। उन्होंने कहा कि जैसे पत्थरों पर श्री राम लिख कर रामसेतु बनाया गया वैसे ही घर घर से गांव गांव से श्रद्धा पूर्वक वहां से लाए यहां ऊर्जा का स्रोत बन गई हैं। देशभर के धामों औरलाई गई मिट्टी और नदियों का पवित्र जल संस्कृतिय यहां की अमोघ शक्ति बन गई हैं, वाकई यह ना भूतो ना भविष्यति है। मुझे विश्वास है कि श्री राम के नाम की तरह ही अयोध्या में बनने वाला भव्य राम मंदिर भारतीय संस्कृति की समृद्ध विरासत का देव तक होगा। अनंत काल तक पूरी मानवता को प्रेरणा देगा।
-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज का यह ऐतिहासिक पल युगों युगों तक दिग दिगंत तक भारत की कीर्ति पताका लहरा रहेगी। आज का यह दिन करोड़ों राम भक्तों के संकल्प के सत्यता का प्रमाण है। आज का यह दिन सत्य अहिंसा आस्था और बलिदान को न्याय प्रिय भारत की एक अनुपम भेंट है। भूमि पूजन का यह कार्यक्रम अनेक मर्यादाओं के बीच हो रहा है। श्रीराम के काम में मर्यादा का जैसा उदाहरण प्रस्तुत किया जाना चाहिए देश में वैसा ही उदाहरण प्रस्तुत किया है। किसी मर्यादा का अनुभव हमने तब भी किया था, जब माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने अपना ऐतिहासिक फैसला सुनाया था। हमने तब भी देखा था कैसे सभी देशवासियों ने शांति के साथ सभी की भावनाओं का ध्यान रखते हुए व्यवहार किया था। आज भी हम हर तरफ वही मर्यादा दे रहे हैं। इस मंदिर के साथ सिर्फ नया इतिहास ही नहीं रचा जा रहा है, इतिहास खुद को दोहरा भी रहा है।
-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि श्रीराम मंदिर हमारी आस्था का प्रतीक बनेगा। हमारी राष्ट्रीय भावना का प्रतीक बनेगा और यह मंदिर करोड़ों करोड़ों लोगों की सामूहिक संकल्प शक्ति का भी प्रतीक बनेगा। यह मंदिर आने वाली पीढ़ियों को आस्था श्रद्धा और संकल्प की प्रेरणा देता रहेगा। इस मंदिर के बनने के बाद अयोध्या की सिर्फ भव्यता ही नहीं बढ़ेगी, इस क्षेत्र का पूरा अर्थ तंत्र भी बदल जाएगा। यहां हर क्षेत्र में नए अवसर बनेंगे। हर क्षेत्र में अवसर बढ़ेंगे। सोचिए पूरी दुनिया से लोग यहां आएंगे। पूरी दुनिया प्रभु राम और माता जानकी का दर्शन करने आएगी। राम मंदिर के निर्माण की प्रक्रिया राष्ट्र को जोड़ने का उपक्रम है।
-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोई काम करना हो तो हम भगवान राम की ओर देखते हैं। भगवान राम की अद्भुत शक्ति देखिए इमारतें नष्ट हो गईं, क्या कुछ नहीं हुआ, अस्तित्व मिटाने का हर कोई प्रयास हुआ। लेकिन राम आज भी हमारे मन में बसे हैं। राम संस्कृति के आधार हैं। भारत की मर्यादा हैं। मर्यादा पुरुषोत्तम हैं। इसी आलोक में अयोध्या में राम जन्मभूमि पर श्री राम के भव्य और दिव्य मंदिर के लिए आज भूमि पूजन हुआ है। यहां आने से पहले मैंने हनुमानगढ़ी का दर्शन किया। राम के सब काम हनुमान ही तो करते हैं। राम के आदर्शों की कलयुग में रक्षा करने की जिम्मेदारी भी हनुमान जी की ही है। हनुमान जी के आशीर्वाद से श्री राम मंदिर भूमि पूजन का आयोजन शुरू हुआ। श्री राम का मंदिर हमारी संस्कृति का आधुनिक प्रतीक बनेगा। मैं जानबूझकर आधुनिक शब्द का प्रयोग कर रहा हूं।
-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारे स्वतंत्रता आंदोलन के समय कई कई पीढ़ियों ने अपना सब कुछ समर्पित कर दिया था। गुलामी के कालखंड में कोई ऐसा समय नहीं था जब आजादी के लिए आजा आंदोलन ना चला हो देश का कोई भूभाग ऐसा नहीं था जहां आजादी के लिए बलिदान ना दिया गया हो। स्वतंत्रता की कि उस उत्कट इच्छा भावना का प्रतीक है ठीक उसी तरह राम मंदिर के लिए कई कई सदियों तक कई कई पीढ़ियों ने अखंड अविरत एक निष्ठा प्रयास किया। त्याग बलिदान और संघर्षों से आज यह सपना साकार हो रहा है। मैं उन सब लोगों को 130 करोड़ देश वासियों की तरफ से सर झुका कर के नमन करता हूं, उनका अभिनंदन करता हूं।
-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सदियों से चल रहे टूटने और उठने के क्रम से राम जन्मभूमि आज मुक्त हुई है।
वर्षों से टाट में रहे हमारे राम लला के लिए भव्य मंदिर का निर्माण शुरू हो गया है। सदियों से चल रहे टूटने और उठने के क्रम से राम जन्मभूमि आज मुक्त हुई है। राम मंदिर के लिए कई सदियों तक कई पीढ़ियों ने संघर्ष किया। नींव की तरह जिनकी तपस्या राम मंदिर में गड़ी है उनको देश वासियों की तरफ से नमन।
-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना संबोधन जय सिया राम के साथ प्रारंभ किया। आज इस जय घोष की गूंज पूरे विश्व में है। सभी देश वासियों, भारत भक्तों को और राम भक्तों को कोटि-कोटि बधाई। यह मेरा सौभाग्य है श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने मुझे इस ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनने का अवसर दिया। आना बड़ा स्वाभाविक भी था क्योंकि राम काज कीने बिन मोहि कहां विश्राम। भारत आज भगवान भास्कर के सामने सरयू किनारे एक नया अध्याय रच रहा है। आज पूरा भारत राममय है। हर मन दीप मय है। पूरा देश रोमांचित है हरमन दीप में है। सदियों का इंतजार आज समाप्त हो रहा है। आज पूरा भारत भावुक। सदियों का इंतजार आज समाप्त।
-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर राम मंदिर निर्माण के लिए अधारशिला की पट्टिका का अनावरण किया।
-श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास ने कहा कि करोड़ों-करोड़ों की इच्छा है कि रामलला का विराट मंदिर बने, जिसका शुभारंभ आज हो गया है। भाक्तों की भावनाओं का आज श्रीगणेश हो गया है। अब विलंभ नहीं होना चाहिए। एक ओर मोदी एक ओर योगी खड़े हैं। यह बड़ा सुहावना समय है और करोड़ों करोड़ों हिंदू राम भक्तों की अभिलाषा इच्छा है शीघ्र अति शीघ्र जहां रामलला विराजमान हैं वहां दिव्य और भव्य मंदिर का निर्माण होना चाहिए। इसलिए तन मन धन अर्पण करने के लिए सभी तैयार हैं। मंदिर का निर्माण कार्य प्रारंभ हो जाए मंदिर का निर्माण होगा समस्त भक्तों की कामनाओं की पूर्ति होगी।
– संघ प्रमुख मोहन भागवत भूमि पूजन समारोह को संबंधित करते हुए कहा कि आज सदियों की आस की लहर है।आनंद का छड़ है बहुत प्रकार से आनंद है। एक संकल्प लिया था पर मुझे स्मरण है तब कि हमारे संघ के सरसंघचालक बाला साहब देवरस जी ने यह बात हमको कदम आगे बढ़ाने से पहले याद दिलाई थी जिस 30 साल काम करना होगा तब यह काम होगा हमने किया संकल्प पूर्ति का आनंद मिल रहा है अनेक लोगों ने बलिदान दिए हैं और सूक्ष्म रूप में यहां उपस्थित है ऐसे भी हैं जो यहां आ नहीं सकते आडवाणी जी अपने घर में बैठकर इस कार्यक्रम को देख रहे होंगे। पूरे देश में आनंद की लहर है सदियों की आस पूरे होने की आनंद है सबसे बड़ा आनंद है। भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए जिस आत्मविश्वास की आवश्यकता थी। जिस आत्म भान की आवश्यकता थी उस का शुभारंभ आज हो रहा है।
– उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज का दिन हमारे लिए उमंग और उत्साह का दिन है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘राम मंदिर के निर्माण कार्य को भले ही राम मंदिर ट्रस्ट करे लेकिन पूरी अवधपुरी के भौतिक विकास और सांस्कृतिक विसारत को क्षुब्ध किए बिना इस नगरी को वैभवशाली बनाने के लिए हम सभी प्रतिबद्ध हैं।’ उन्होंने कहा कि जिस अवधपुरी का एहसास कराने के लिए 500 साल से प्रतीक्षा थी, उसकी पूरे दुनिया को, समस्त भारतवासियों की भावनाओं को मूर्त रूप देने का यह अवसर आज पूरा हुआ है। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि इस घड़ी की प्रतीक्षा में हमारी कई पीढ़ियां चली गईं। राम मंदिर के निर्माण का सपना लिए अनेक लोगों ने बलिदान दिया।
-शुभ मुहूर्त के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कार्यक्रम स्थल पर बने मंच पर पहुंचे हैं। इस दौरान राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, संघ प्रमुख मोहन भागवत और श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद हैं।
-अभिजीत मुहूर्त में भूमि पूजन कार्यक्रम संपन्न हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या की माटी को अपने माथे पर लगाया और प्रणाम किया।
-अभिजीत मुहूर्त में भूमि पूजन अनुष्ठान संपन्न हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में इस ऐतिहासिक क्षण के सभी सक्षी बने। इस दौरान राज्यपाल, मुख्यमंत्री और संघ प्रमुख भी रहे शामिल। कांची के शंकराचार्य की ओर से भेजी गई नवरत्न जड़ित सामग्रियों को पूजन में समर्पित किया गया। अयोध्या वासियों ने राम मंदिर के लिए भूमि भूमि पूजन पर पटाखे फोड़ कर अपनी खुशी का इजहार किया।
-प्रधान शिला के पूजन के पश्चात अष्ट उप शिला का पूजन किया गया। इसके पश्चात प्रभु श्रीराम की कुलदेवी के पूजन के साथ ही सभी देवियों का पूजन किया गया।
-जिस स्थल पर रामलला विराजमान थे उसी स्थल पर शिलाओं का पूजन किया जा रहा है। 12 बजकर 40 मिनट 08 सेकेंड तक अभिजीत मुहूर्त है, इस मुहूर्त के अंदर ही संपूर्ण भूमि पूजन प्रक्रिया को संपादित किया जा रहा है।
-बाबा भैरवनाथ का स्मरण कर भूमि पूजन की ली गई अनुमति। इसी के साथ नौ शिलाओं का पूजन प्रारंभ हुआ।यजमान के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी को संकल्प दिलाया गया।
-वैदिक आचार्य ने भूमि पूजन प्रारंभ कर दिया गया है। प्रधानमंत्री पूर्व की दिशा में मुख कर पूजन में शामिल हो चुके हैं। भगवान श्री गणेश की स्तुति के साथ प्रधानमंत्री ने आचमन किया। इस दौरान सभी देवताओं का ध्यान किया गया। पांच सौ वर्षों बाद इस शुभ घड़ी के लिए धन्यवाद किया गया।
-पौधारोपण के बाद प्रधानमंत्री पूजा स्थल के लिए रवाना हो गए हैं जहां भूमि पूजन और राम मंदिर के शिलान्यास का कार्यक्रम प्रस्तावित है।
-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या हनुमानगढ़ी मंदिर में प्रभु राम के भक्त हनुमान के पूजन और दर्शन के बाद रामलला की दर्शन किया। वैदिक मंत्रों के बीच प्रधानमंत्री ने रामलला के श्री चरणों में पुष्प अर्पित किया माल्यार्पण किया। शंख ध्वनि से संपूर्ण परिसर गुंजायमान हो उठा। इस दौरान उन्होंने परिसर में पारिजात का पौधा लगाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या के हनुमानगढ़ी मंदिर में प्रभु राम के भक्त हनुमान का पूजन और दर्शन किया। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ मंदिर की परिक्रमा भी की। हनुमानगढ़ी के गद्दीनशीन श्रीमंहत प्रेमदास जी ने पीएम मोदी को चांदी का मुकुट व रामनामी भेट कर स्वागत किया।
-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या के साकेत महाविद्यालय के अस्थाई हैलीपैड पर पहुंच गए हैं। यहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत किया। अब वह हनुमानगढ़ी में अयोध्या के रक्षक भगवान हनुमंतलाल का दर्शन और अनुमति लेंगे।
-राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत भी श्रीराम जन्मभूमि परिसर में भूमि पूजन पंडाल में पहुंच गए हैं। इस दौरान उन्होंने कार्यक्रम में पधारे संतों से मुलाकात की।
-अयोध्या में राम मंदिर का शिलान्यास करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नौसेना के हेलिकॉप्टर से रवाना हो गए है। लखनऊ एयरपोर्ट पर स्वागत के लिए महापौर संयुक्त भटिया, मुख्य सचिव आरके तिवारी, पुलिस महानिदेशक एच के अवस्थी, मंडलायुक्त मुकेश मेश्राम, डीएम अभिषेक प्रकाश मौजूद थे।
-श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास जी महाराज चांदी की श्रीराम शिला को लेकर छोटी छावनी से भूमि पूजन स्थल के लिए रवाना हो गए हैं। वह 40 किलोग्राम वजन की चांदी की श्रीराम शिला को मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन के लिए समर्पित करेंगे।
-मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रीराम जन्मभूमि परिसर में भूमि पूजन पंडाल में पहुंचकर तैयारियों का जायजा लिया। सीएम योगी जिलाधिकारी अनुज झा के साथ सभी स्थलों का निरीक्षण किया और फिर पीएम मोदी की अगवानी के लिए हैलीपैड रवाना हो गए।
-राम मंदिर भूमि पूजन में अब शामिल होंगी उमा भारती। ट्वीट कर दी जानकारी। उन्होंने कहा, ‘मैं मर्यादा पुरुषोत्तम राम की मर्यादा से बंधी हूं। मुझे रामजन्मभूमि न्यास के वरिष्ठ अधिकारी ने शिलान्यास स्थली पर उपस्थित रहने का निर्देश दिया है। इसलिये मैं इस कार्यक्रम में उपस्थित रहूंगी।
-बदले कार्यक्रम के तहत अब सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ राज्यपाल आनंदी बेन पटेल अयोध्या में प्रधानमंत्री का स्वागत करेंगे। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखनऊ से अयोध्या निकलकर अयोध्या पहुंच गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लखनऊ के एयरपोर्ट पर लैंड करने के बाद हेलिकॉप्टर के बेड़े के साथ अयोध्या प्रस्थान करेंगे। जहां पर राज्यपाल व मुख्यमंत्री उनका साकेत डिग्री कॉलेज में उनका स्वागत करेंगे।
-श्रीराम जन्मभूमि परिसर में भूमि पूजन पंडाल और रंगोली सज कर तैयार है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी अयोध्या के लिए रवाना हो गए हैं। सीएम योगी अयोध्या में पीएम मोदी का स्वागत करेंगे। पहले सीएम योगी लखनऊ से पीएम मोदी के साथ अयोध्या जाने वाले थे, लेकिन कार्यक्रम में कुछ बदलाव किया गया है।
-पारंपरिक हिंदू वेशभूषा धोती-कुर्ता में पीएम मोदी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पारंपरिक हिंदू वेशभूषा धोती-कुर्ता में हैं। हिंदू धर्म में पूजा के समय धोती-कुर्ता का विशेष महत्व है। श्रीराम मंदिर भूमि पूजन कार्यक्रम के लिए पीएम मोदी ने इसे विशेष रूप से धारण किया है।
-प्रधानमंत्री अयोध्या के लिए दिल्ली से रवाना : श्रीराम जन्मभूमि में भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए भूमि पूजन करने के पीएम नरेंद्र मोदी दिल्ली से रवाना हो गए हैं। करीब वह 10 बजकर 35 मिनट पर लखनऊ के अमौसी एयरपोर्ट पर उतरेंगे।
पहले प्रधानमंत्री होंगे जो कि अयोध्या के हनुमानगढ़ी में दर्शन करेंगे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नई दिल्ली से विशेष विमान से रवाना होने के बाद लखनऊ के अमौसी एयरपोर्ट पर लैंड करेंगे। इसके बाद हेलिकॉप्टर से अयोध्या पहुंचेंगे। नरेंद्र मोदी देश के पहले प्रधानमंत्री होंगे जो कि अयोध्या के हनुमानगढ़ी में दर्शन करेंगे। इतना ही नहीं वह रामलला प्रांगण में भगवान श्रीराम का दर्शन करने वाले भी पहले प्रधानमंत्री होंगे। अयोध्या को उनके आगमन और इस गौरवशाली पल का साक्षी बनने का बेसब्री से इंतजार है।
फावड़े और कन्नी का इस्तेमाल करेंगे प्रधानमंत्री
राम मंदिर के भूमि पूजन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फावड़े और कन्नी का इस्तेमाल करेंगे। पीएम मोदी गर्भ गृह के स्थान पर फावड़े से नीव खोदेगें और कन्नी से ईंट (शिला) पर सीमेंट लगाएंगे।
रामलला का भी बेहद मनमोहक शृंगार
अयोध्या में आज भव्य राम मंदिर के निर्माण के भूमि पूजन से पहले रामलला का भी बेहद मनमोहक शृंगार किया गया है। मंदिर में उनका आज का दर्शन भी हो रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी यहां पर भूमि पूजन से पहले हनुमान गढ़ी का दर्शन व पूजन करने के बाद रामलला परिसर में आकर रामलला का दर्शन व पूजन भी करेंगे।
अयोध्या में मौसम हुआ सुहावना
अयोध्या में आज एतिहासिक पल का गवाह बनने की खातिर मौसम भी काफी सुहावना हो गया है। सुबह तेज हवाओं के साथ बारिश के बाद मौसम काफी अच्छा हो गया है। मौसम से निपटने के भी यहां पर काफी तगड़े प्रबंध हैं। अब राम नगरी अयोध्या को बस प्रधानमंत्री के आगमन का ही इंतजार है। पीएम मोदी नई दिल्ली से विशेष विमान से चलने के बाद लखनऊ पहुंचेंगे। वहां से हेलिकॉप्टर के बेड़े के साथ अयोध्या के साकेत डिग्री कॉलेज में लैंड करेंगे। लखनऊ के एयरपोर्ट पर सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ गर्वनर आनंदी बेन पटेल उनका स्वागत करेंगे। प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य मंगलवार रात ही अयोध्या पहुंचे थे, जबकि डॉ. दिनेश शर्मा आज सुबह सड़क मार्ग से पहुंचे हैं।
हनुमानगढ़ी को किया गया सैनिटाइज
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन की जोरदार तैयारियों के बीच यहां पर कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के भी उपाय हो रहे हैं। पीएम मोदी अयोध्या पहुंचने पर सबसे पहले हनुमान गढ़ी जाएंगे। इसी कारण हनुमान गढ़ी मंदिर में सैनिटाइजेशन किया गया है। मंदिर के हर कोने को सैनिटाइज किया गया है। अयोध्या के साकेत डिग्री कॉलेज में हेलिकॉप्टर से लैंड करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सबसे पहले मोदी पहले हनुमानगढ़ी जाएंगे। इसके बाद राम जन्मभूमि परिसर में भूमि व शिला पूजन करने के बाद कर्मा शिला का पूजन करेंगे।
अयोध्या की धरती 76 युद्ध और करीब चार लाख श्रद्धालुओं के बलिदान की साक्षी रही है। आज यह नगरी भक्ति और उल्लास के नए रंग में डूबी है। हर छत लहरा रही भगवा पताका, पीतवर्ण दीवारें और देहरी-देहरी झिलमिलाते दीपक रामलला की अगवानी को आतुर हैं। बस, अब प्रतीक्षा उस क्षण की है, जब बुधवार की दोपहर को अभिजित मुहूर्त में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन करेंगे। पांच सदी तक चले राम मंदिर निर्माण के आंदोलन की धरती भले ही अयोध्या रही, लेकिन मर्यादा पुरुषोत्तम की धरा ने धैर्य कभी नहीं छोड़ा। रामभक्तों के बलिदानी संघर्ष पर भरोसे की वह नींव टिकी हुई थी कि हां, एक न एक दिन रामलला का भव्य मंदिर बनेगा और रामलला उसमें विराजेंगे। …और वह दिन आ गया।
रामनगरी रामलला के भव्य मंदिर निर्माण के उल्लास में डूबी नजर आ रही है। घर-घर में तैयारियों और उल्लास का माहौल है। सड़कों-गलियों से लेकर छतों पर केसरिया झंडे लहरा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अयोध्या में राम मंदिर का भूमि पूजन करेंगे। पीएम मोदी भूमि पूजन करने के बाद करीब एक घंटे तक देश को संबोधित करेंगे।
भूमि पूजन में पीएम मोदी के काशी विद्वत परिषद के तीन सदस्य
रामनगरी अयोध्या में आज होने वाले भूमि पूजन कार्यक्रम में देश भर के धर्माचार्यों के साथ कर्मकांड विद्वान बुलाए गए है। यहां पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ काशी विद्वत परिषद के तीन सदस्य पूजा में बैठेंगे। प्रो.रामचन्द्र पाण्डेय यहां पीएम मोदी के साथ बतौर साक्षी पूजा में बैठेंगे। इस दौरान 12 बजकर 40 मिनट 08 सेकेंड पर मंदिर की आधारशिला रखी जाएगी। पीएम मोदी के साथ पूजन के मंच पर अध्यक्ष राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र महंत नृत्यगोपालदास, राज्यपाल उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश आनंदी बेन पटेल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत रहेंगे।
ग्रह व नक्षत्रों से बना अभिजित मुहूर्त
तमाम विचार विमर्शों के बाद ग्रह, नक्षत्रों के हिसाब से भूमि पूजन के लिए समय दिन में 12:44:08 से 12:44:40 बजे के बीच तय किया गया। यह 32 सेकंड ही महत्वपूर्ण हैं जब प्रधानमंत्री इस अहम क्षण में राम मंदिर का भूमि पूजन करेंगे। राम मंदिर निर्माण के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ही भूमिपूजन कार्यक्रम का नेतृत्व करेंगे।
लगाई गई हैं बड़ी एलईडी स्कीन
अयोध्या में राम मंदिर भूमि पूजन निर्माण के लिए वहां मौजूद मेहमानों और सभी लोगों के लिए बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाई गई हैं। जिनके जरिए इस भूमि पूजन कार्यक्रम का लाइव प्रसारण लोग देख सकेंगे। देश की नजरें इस कार्यक्रम पर लगी हुई हैं और लोगों का सालों का इंतजार खत्म होने जा रहा है।
भूमि पूजन स्थल पर वेदर प्रूफ टेंट
राम कोट भूमिपूजन स्थल पर बड़े पैमाने पर वेदर प्रूफ टेंट लगे हुए हैं। यहां पर सुबह से ही हल्की बारिश हो रही है। भादों माह को देखते हुए भी यहां पर वेदर प्रूफ टेंट लगाने की तैयारी काफी पहले से की गई थी।
सुप्रीम कोर्ट के 19 नवंबर को फैसले से राम मंदिर निर्माण का रास्ता साफ होने के बाद से मंदिर निर्माण शुरू होने की प्रतीक्षा कर रहे अवधपुरवासियों की दीपावली आ गई। विश्व हिंदू परिषद, अन्य हिंदूवादी संगठन और लाखों-लाख रामभक्तों का संकल्प बुधवार को सिद्ध होने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार दोपहर अभिजित मुहूर्त में राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण का भूमिपूजन करेंगे। इसके साथ ही मंदिर का निर्माण शुरू हो जाएगा। कोरोना संक्रमण की मजबूरी में देशभर के रामभक्त तो इस अनुष्ठान में भागीदारी नहीं कर पा रहे, लेकिन सनातनी धर्मध्वजा वाहक के रूप में देश के प्रमुख संत-महंत, पीठाधीश्वर रामनगरी पहुंच चुके हैं।
विहिप की कार्यशाला में जहां दशकों से लगातार मंदिर के लिए पत्थर तराशे जा रहे हैं, ठीक उसके सामने मानस भवन में जूना पीठाधीश्वर महंत अवधेशानंद गिरि, युगपुरुष स्वामी परमानंद गिरि, स्वामी चिदानंद मुनि, स्वामी रामभद्राचार्य, साध्वी उमा भारती, साध्वी ऋतंभरा, स्वामी रामदेव रामकाज के साक्षी बनने के लिए क्षण-क्षण प्रतीक्षा कर रहे हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत, विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार भी पहुंच चुके हैं।
इस आयोजन के इतर अयोध्या तो न्यारी ही छटा में है। सड़कों के किनारे पीले रंगे मकान शुभ कार्य का संदेश दे रहे हैं। कोई घर ऐसा नहीं, जिस पर भगवा पताका न लहरा रही हो। सड़कों पर सज रही रंगोली, कतारबद्ध किए जा रहे दीपक कल्पना को उसी समय में धकेल रहे हैं कि जब चौदह वर्ष का वनवास समाप्त कर प्रभु श्रीराम अपनी अयोध्या लौटे होंगे। दीपावली के उसी उल्लास में इस पावनधरा का कण-कण डूबा है। झूले-ठेले न सही, लेकिन पावन सरयू के तट पर आस्था का मेला सजा है। वेग से बह रही सरयू भी जैसे व्याकुलता में उफन रही है। राम की पैड़ी पर दीपोत्सव अयोध्या को अलौकिक अवतार में ढाल रहा है।