नई दिल्ली, एजेंसियां। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) ने शनिवार को अपनी नई टीम की घोषणा की। भाजपा की राष्ट्रीय टीम में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास और पश्चिम बंगाल में भाजपा के चर्चित चेहरे मुकुल रॉय को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के तौर पर बड़ी जिम्मेदारी मिली है। बिहार जहां आगामी विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं वहां से सांसद राधा मोहन सिंह को भी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जैसी बड़ी जिम्मेदारी मिली है।
मध्य प्रदेश के चर्चित चेहरा कैलाश विजयवर्गीय को राष्ट्रीय महामंत्री बनाया गया है। भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या को पार्टी के युवा मोर्चा का नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। रिपोर्टों के मुताबिक, अप्रैल महीने में ही नई टीम की घोषणा होनी थी लेकिन कोरोना (Covid-19) संकट के चलते इसे टालना पड़ा था। यूपी के अमित मालवीय को राष्ट्रीय आईटी और सोशल मीडिया प्रभारी की जिम्मेदारी मिली है। सांसद राजकुमार चाहर को किसान मोर्चा का प्रभारी बनाया गया है।
भाजपा अध्यक्ष ने अपनी नई टीम का एलान ऐसे वक्त में किया है जब बिहार विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों का एलान किया जा चुका है। यही नहीं देश के कई राज्यों में लोकसभा और विधानसभा की सीटों पर उपचुनाव भी होने वाले हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, बिहार विधानसभा चुनाव तीन चरणों में… 28 अक्टूबर, तीन नवंबर और सात नवंबर को होंगे। मतगणना 10 नवंबर को होगी। ये चुनाव कोरोना काल में होने जा रहे हैं।
यही नहीं मध्य प्रदेश में विधानसभा की 28 सीटों पर भी उपचुनाव होने वाले हैं। मध्य प्रदेश में पहले कांग्रेस की सरकार थी। लेकिन बाद में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कमलनाथ के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंक दिया था। ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कई समर्थक विधायकों ने पार्टी छोड़ दी थी। इसके बाद सरकार अल्पमत में आ गई थी। कांग्रेस की सरकार गिरने के बाद भाजपा को मौका मिला और उसने शिवराज सिंह चौहान की अगुवाई में सरकार का गठन किया।
मौजूदा वक्त में बिहार में भी भाजपा और जदयू की गठबंधन सरकार है। बिहार में भाजपा और जदयू के सामने दोबारा सत्ता हासिल करने जबकि मध्य प्रदेश में BJP के सामने सत्ता में बने रहने की चुनौती है। ऐसे में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के लिए भी अपनी नई टीम के प्रभाव और उसके दबदबे को साबित करने की चुनौती होगी। वैसे कोरोना काल में होने वाले इन चुनावों में पहले जैसा धूम धड़ाका और रैलियों का रेला नजर नहीं आने वाला है…