लखनऊसिटी सफर,नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के समर्थन में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने मंगलवार को राजधानी के बंगला बाजार इलाके के रामकथा पार्क में क्षेत्रीय रैली आयोजित की है। रैली में भाग लेने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मंच पर पहुंचे। भारत माता के जयकारे के साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संबोधन शुरू किया। उन्होंने सबसे पहले विपक्षी दलों पर निशाना साधा। अमित शाह ने कहा कि मोदी जी नागरिकता संशोधन कानून लेकर आये और इसके खिलाफ राहुल बाबा एंड कंपनी, ममता, अखिलेश, बहन मायावती ये सारी की सारी ब्रिगेड सीएए के खिलाफ काव-काव-काव करने लगी। कांग्रेस जब थी, तब तक अयोध्या में श्री राम मंदिर बनने नहीं दिया। मोदी जी को आपने चुना तो तीन महीने में गगनचुम्बी रामलला मंदिर बनने जा रहा है।
मैं चुनौती देता, विपक्ष CAA पर सार्वजनिक बहस करे
अमित शाह ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह ‘जन जागरण अभियान’ दुष्प्रचार करने वालों के खिलाफ लोगों के जागृति अभियान है। सीएए के खिलाफ दुष्प्रचार प्रचार किया जा रहा है कि इस बिल से मुस्लिमों की नागरिकता चली जाएगी। मैं चुनौती देता हूं कि मंच आप चुन लीजिये मैं इस मुद्दे पर बहस के लिये तैयार हूं। शाह ने कहा कि अफगानिस्तान और पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर जुल्म हो रहा है। यह सिलसिला आजादी के वक्त से चला आ रहा है। जब देश आजाद हुआ, कांग्रेस के पाप के कारण धर्म के आधार पर भारत मां के दो टुकड़े हो गए। 16 जुलाई, 1947 को कांग्रेस पार्टी ने प्रस्ताव पास करके धर्म के आधार पर विभाजन को स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि इन आंख के अंधे और कान के बहरे लोगों को वहां अल्पसंख्यकों पर अत्याचार दिखाई नहीं दे रहा है। आफगानिस्तान और पाकिस्तान तो दूर की बात उनको अपने देश कश्मीर में लोगों पर अत्याचार दिखाई नहीं दे रहा है। मैं आज डंके की चोट पर कहने लखनऊ आया हूं कि जिसको जो करना है कर ले सीएए वापस नहीं होने वाला है।
देश हित की जो भी बात हो बस कांग्रेस को विरोध करना है
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि गांधी जी ने कहा था कि पाकिस्तान के हिंदू जब चाहें भारत आ सकते हैं। नेहरू जी ने भी यही कहा था। इंदिरा गांधी ने भी कहा था कि बांग्लादेश के अल्पसंख्यकों शारण देने की वकालत की थी, लेकिन यह कांग्रेस सुनना नहीं चाहती है। उन्होंने कहा कि मैं ममता दीदी से कहना चाहता हूं जो बंगाली पीड़ित बाहर से आए हैं उनको नागरिकता देने में आपको तकलीफ क्या है। यही काम जब आप कर रहे हो तो ठीक, लेकिन वही काम मोदी जी करें तो विरोध कर रहे हो। देश हित की जो भी बात हो उसका विरोध इनको करना है। उन्होंने कहा कि जवाहरलाल नेहरू ने जो गलती की थी उसे 5 अगस्त, 2019 को मोदीज जी ने सुधार दिया। आज कश्मीर से 370 हटने से आतंकवाद समाप्त होने वाला है। उन्होंने कहा कि ट्रिपल तलाक मुस्लिम देशों में नहीं, लेकिन यहां संभल कर रखा गया था। इसे भी मोदी जी खत्म कर दिया।
तीन माह में बनेगा गगनचुम्बी रामलला मंदिर
शाह ने कहा कि हम एयर स्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक करते हैं। उसका भी ये विरोध करते हैं। कहा कि कांग्रेस जब थी, तब तक अयोध्या में श्री राम मंदिर बनने नहीं दिया। मोदी जी को आपने चुना तो तीन महीने में गगनचुम्बी रामलला मंदिर बनने जा रहा है। इसका भी ये विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो इमरान खान की भाषा है, वही राहुल गांधी की भाषा है। दोनों की भाषा एक है। उन्होंने कहा कि मोदी जी सीएए लेकर आये। जिनके पास रहने के लिए घर नहीं है, खाने के लिए खाना नहीं है, उनको मोदी जी ने सम्मान देने का काम किया है। उन्होंने लोगों से अपील की कि 8866288662 डायल कर मोदी जी का समर्थन करें।
भारत मां को गाली देने वालों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा
देश विराधी नारे लगाए जा रहे हैं, भाजपा सरकार ऐसे देश द्रोहियों को जेल भेज रही है। बहन मायावती और अखिलेश इनके समर्थन में आ गए हैं। मैं कहना चाहता हूं कि आप मुझे गाली दो, मेरी पार्टी को गाली दो हम सुन लेंगे, लेकिन भारत मां को गाली देने वालों को बदाश्त नहीं किया जाएगा। जो भी भारत मां को गाली देगा, उसे सलाखों के पीछे भेजा जाएगा।
मैं चुनौती देता, विपक्ष CAA पर सार्वजनिक बहस करे
अमित शाह ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह ‘जन जागरण अभियान’ दुष्प्रचार करने वालों के खिलाफ लोगों के जागृति अभियान है। सीएए के खिलाफ दुष्प्रचार प्रचार किया जा रहा है कि इस बिल से मुस्लिमों की नागरिकता चली जाएगी। मैं चुनौती देता हूं कि मंच आप चुन लीजिये मैं इस मुद्दे पर बहस के लिये तैयार हूं। शाह ने कहा कि अफगानिस्तान और पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर जुल्म हो रहा है। यह सिलसिला आजादी के वक्त से चला आ रहा है। जब देश आजाद हुआ, कांग्रेस के पाप के कारण धर्म के आधार पर भारत मां के दो टुकड़े हो गए। 16 जुलाई, 1947 को कांग्रेस पार्टी ने प्रस्ताव पास करके धर्म के आधार पर विभाजन को स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि इन आंख के अंधे और कान के बहरे लोगों को वहां अल्पसंख्यकों पर अत्याचार दिखाई नहीं दे रहा है। आफगानिस्तान और पाकिस्तान तो दूर की बात उनको अपने देश कश्मीर में लोगों पर अत्याचार दिखाई नहीं दे रहा है। मैं आज डंके की चोट पर कहने लखनऊ आया हूं कि जिसको जो करना है कर ले सीएए वापस नहीं होने वाला है।