नई दिल्ली, एएनआई। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने शनिवार को अपने इंटरनेशनल करियर पर विराम लगाने का फैसला लिया। सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट कर उन्होंने अपने संन्यास की घोषणा की। बिना विदाई मैच खेले भारत के इस महान कप्तान का इंटरनेशनल क्रिकेट छोड़ना लोगों को रास नहीं आया। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बीसीसीआई से धौनी के लिए एक विदाई मैच आयोजन करने की गुजारिश की है।

इंडियन प्रीमियर लीग के 13वें एडिशन की तैयारी के लिए चेन्नई पहुंचे धौनी ने अपनी कर्मभूमि पर ही क्रिकेट को अलविदा कहने का फैसला लिया। उनके विदाई मैच खेलने को लेकर पूर्व आईपीएल कमिश्नर राजीव शुक्ल ने अपनी राय दी है और कहा है कि धौनी कभी नहीं चाहते थे कि वह कोई विदाई मैच खेलें। इसी वजह से उनके ऐसे किसी भी मैच खेलने का प्रश्न नहीं आता है।

भारत के महानतम कप्तानों में शुमार धौनी ने 15 अगस्त को संन्यास की घोषणा कर हर किसी को चौंकाया। आईसीसी 2019 विश्व कप के बाद से वह मैदान पर भारत की तरफ से नहीं उतरे थे। न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मैच ही उनका आखिरी मुकाबला बन गया। विदेशी दौरों से नाम वापस लेने और मैच ना खेलने पर लोग कयास लगा रहे थे कि उन्होंने शायद अब संन्यास का मन बना लिया है लेकिन ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्व कप में उनकी दावेदारी को नकारा भी नहीं जा रहा था।

आईसीसी ने ऑस्ट्रेलिया में होने वाले विश्व कप को स्थगित करने का फैसला लिया और कुछ दिन बाद ही धौनी ने भी संन्यास की घोषणा कर दी। रविवार को एएनआई से बात करते हुए राजीव ने कहा, “धौनी को कोई विदाई मैच खेलना है उन्होंने कभी भी बीसीसीआई से इस बात की इच्छा जाहिर नहीं की। अब जबकि उन्होंने यह बात कभी उठाई ही नहीं तो फिर ऐसे किसी भी मैच के आयोजन का सवाल ही नहीं उठता है।”

भारतीय टीम ने धौनी की कप्तानी में साल 2007 में टी20 विश्व कप, 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी और 2011 में वनडे विश्व कप का खिताब जीता। धौनी दुनिया के एक मात्र कप्तान हैं जिन्होंने तीनों ही आईसीसी के बड़े खिताब को जीता है। बतौर बल्लेबाज 16 साल के करियर में उन्होंने तीनों फॉर्मेट में 17000 से ज्यादा रन बनाए। बतौर विकेटकीपर उनके नाम रिकॉर्ड 634 कैच और 195 स्टंपिंग है।

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