नई दिल्ली-कोरोना लॉकडाउन में सोनू सूद एक मसीहा के तौर पर उभरकर सामने आये हैं। सबसे मुश्किल घड़ी में उन्होंने अनगिनत लोगों की मदद की। दूसरे शहरों और राज्यों में अटके-भटके मजदूरों को उनके गृह राज्यों और नगरों में भेजा। सिर्फ़ देश ही नहीं विदेश में फंसे लोगों की भी मदद की। सोनू की मदद की इतनी कहानियां सामने आ चुकी हैं कि हैरानी होती है, वो यह सब कैसे कर पाते हैं। सोनू ने अब ख़ुद इस बात का खुलासा किया कि उन्हें एक दिन में मदद के लिए विभिन्न सोर्सेज़ से कितने संदेश मिलते हैं।
सोनू के ट्वीट के अनुसार, आज उन्हें 1137 हेल्प मैसेज मेल के ज़रिए आए हैं, जबकि 19000 फेसबुक से, 4812 इंस्टाग्राम से और 6741 मैसेज ट्विटर के ज़रिए मिले हैं। सोनू ने आगे लिखा कि हेल्प मैसेज की औसतन यह वो संख्या, जो मदद के लिए मुझे मिलते हैं। इंसानी सीमाओं के मद्देनज़र हर किसी तक पहुंचना नामुमकिन है। फिर भी अपनी तरफ़ से पूरी कोशिश करता हूं। अगर मुझसे आपका मैसेज छूट गया है तो क्षमाप्रार्थी हूं।
कोरोना काल के इस समय में बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद ने ख़ूब सुर्खियां बटोरी हैं। सोनू ने मुंबई और महाराष्ट्र में फंसे मजदूरों को उनके घर भेजने का काम रहे हैं। इसके लिए उन्होंने स्पेशल ट्रेनें भी चलवाईं। अब वह इन कोरोना काल के अनुभवों को एक किताब में समेटना चाह रहे हैं। इस बात की जानकारी सोनू सूद ने खुद दी।
Sonu Sood ने किया खुलासा- एक दिन में मिलते हैं 32000 ‘हेल्प मैसेज’, इस बात के लिए मांगी माफ़ी
Sonu Sood ने मुंबई और महाराष्ट्र में फंसे मजदूरों को उनके घर भेजने का काम रहे हैं। इसके लिए उन्होंने स्पेशल ट्रेनें भी चलवाईं। मुंबई पुलिस को 25 हज़ार फेस शील्ड भी डोनेट की थीं।
नई दिल्ली, जेएनएन। कोरोना लॉकडाउन में सोनू सूद एक मसीहा के तौर पर उभरकर सामने आये हैं। सबसे मुश्किल घड़ी में उन्होंने अनगिनत लोगों की मदद की। दूसरे शहरों और राज्यों में अटके-भटके मजदूरों को उनके गृह राज्यों और नगरों में भेजा। सिर्फ़ देश ही नहीं विदेश में फंसे लोगों की भी मदद की। सोनू की मदद की इतनी कहानियां सामने आ चुकी हैं कि हैरानी होती है, वो यह सब कैसे कर पाते हैं। सोनू ने अब ख़ुद इस बात का खुलासा किया कि उन्हें एक दिन में मदद के लिए विभिन्न सोर्सेज़ से कितने संदेश मिलते हैं।
सोनू के ट्वीट के अनुसार, आज उन्हें 1137 हेल्प मैसेज मेल के ज़रिए आए हैं, जबकि 19000 फेसबुक से, 4812 इंस्टाग्राम से और 6741 मैसेज ट्विटर के ज़रिए मिले हैं। सोनू ने आगे लिखा कि हेल्प मैसेज की औसतन यह वो संख्या, जो मदद के लिए मुझे मिलते हैं। इंसानी सीमाओं के मद्देनज़र हर किसी तक पहुंचना नामुमकिन है। फिर भी अपनी तरफ़ से पूरी कोशिश करता हूं। अगर मुझसे आपका मैसेज छूट गया है तो क्षमाप्रार्थी हूं।
कोरोना काल के इस समय में बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद ने ख़ूब सुर्खियां बटोरी हैं। सोनू ने मुंबई और महाराष्ट्र में फंसे मजदूरों को उनके घर भेजने का काम रहे हैं। इसके लिए उन्होंने स्पेशल ट्रेनें भी चलवाईं। अब वह इन कोरोना काल के अनुभवों को एक किताब में समेटना चाह रहे हैं। इस बात की जानकारी सोनू सूद ने खुद दी।
सानू ने इस बारे में बात करते हुए कहा था- ”पिछले करीब साढ़े तीन महीने एक तरीके से मेरे लिए जीवन को बदलने वाले अनुभव रहे। माइग्रेंट्स के साथ 16 से 18 घंटे रहना और उनका दर्द बंटना। मैं जब उनको उनके घर के लिए अलविदा कहने जाता था, तब मेरा दिल खुशियों से भर जाता था। उनके चेहरे पर मुस्कान, उनकी आंखों में खुशी के आंसू, मेरी लाइफ के सबसे स्पेशल अनुभव रहे। मैं वादा करता हूं कि मैं तब तक काम करता रहूंगा, जब तक आखिरी माइग्रेंट अपने घर और प्रियजनों के पास नहीं पहुंच जाता।” सोनू ने इसके अलावा मुंबई पुलिस को 25 हज़ार फेस शील्ड भी डोनेट की थीं।