नई दिल्ली, पीटीआइ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को वीडियो कॉन्फेंसिंग के जरिए स्वच्छता सर्वेक्षण के पांचवें संस्करण ‘स्वच्छ सर्वेक्षण- 2020’ के परिणामों की घोषणा की। लगातार चौथी बार इंदौर को देश के सबसे साफ शहर का खिताब मिला। इससे पहले इंदौर 2017, 2018, 2019 में शीर्ष स्थान पर रहा। वहीं दूसरे स्थान पर गुजरात का सूरत और तीसरे पर महाराष्ट्र का नवी मुंबई है। पहले संस्करण में सबसे स्वच्छ शहर का पुरस्कार कर्नाटक के मैसूर ने हासिल किया था। इस दौरान साफ-सफाई को लेकर बेहतर प्रदर्शन करने वाले शहरों को पुरस्कृत भी किया गया।

स्वच्छता सर्वेक्षण में एक बार फिर इंदौर के नंबर वन रहने पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि स्वच्छता इंदौर का स्वभाव है, यहां की जनता ने गंदगी को भगा दिया है और स्वच्छता इंदौर की सभ्यता बन गई है। मैं इंदौर की जनता को बहुत बधाई देता हूं। अब केवल देश से ही नहीं दुनिया से, लोग स्वच्छता का पाठ पढ़ने-सीखने कहीं आते हैं तो इंदौर आते है।

वाराणसी गंगा नदी के किनारे बसा सबसे साफ शहर

स्वच्छता सर्वेक्षण में चौथे नंबर पर विजयवाडा, पांचवें पर अहमदाबाद,छठे पर राजकोट, सातवें पर भोपाल, आठवें पर चंडीगढ़, नौवें पर विशाखापत्तनम और दसवें नंबर पर वडोदरा रहा। स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में जालंधर कैंट को सबसे स्वच्छ छावनी घोषित किया गया। वहीं, वाराणसी गंगा नदी के किनारे बसा सबसे साफ शहर रहा। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी।

स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 का कार्य 28 दिन में पूरा किया गया

बताया गया है कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 का कार्य 28 दिन में पूरा किया गया है। स्वच्छता एप पर 1.7 करोड़ नागरिकों ने रजिस्ट्रेशन कराया। सोशल मीडिया पर 11 करोड़ से ज्यादा बार इसे देखा गया। इससे पहले मंत्रालय के प्रवक्ता राजीव जैन बताया था कि 4,242 शहरों से 1.87 करोड़ लोगों ने इस सर्वे में भाग लिया। इसमें 62 छावनी बोर्ड व गंगा के आसपास बसे 92 कस्बे शमिल हैं।

5.5 लाख से ज्यादा सफाई कर्मचारी सामाजिक कल्याण कार्यक्रम से जोड़े गए

5.5 लाख से ज्यादा सफाई कर्मचारी सामाजिक कल्याण कार्यक्रम से जोड़े गए और कचरा बीनने के काम में लगे 84,000 से ज्यादा लोगों को मुख्यधारा में लाया गया। स्वच्छ सर्वेक्षण की शुरुआत सरकार द्वारा इस मिशन को लेकर लोगों में रुचि और प्रतिस्पर्धा पैदा करने के लिए शुरू की गई थी। इससे सबसे स्वच्छ शहर बनने की दिशा में शहरों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना पैदा हुई। मंत्रालय ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन शहरीय (एसबीएम-यू ) में साथ रहे आवास और शहरी कार्य मंत्रालय के भागीदार संगठनों यूनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (यूएसएआइडी), बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन (बीएमजीएफ) और गूगल को भी साथ लाया जाएगा और उनका सम्मान किया जाएगा।

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